बिहार विधानसभा चुनाव में नौकरियों का वादा एक बार फिर गूंजने लगा है। महागठबंधन के बाद एनडीए ने भी अपने मेनिफेस्टो में नौकरियों का वादा किया है? मगर सत्ता संरक्षित मीडिया या भाजपा, लोजपा सहित एनडीए के नेता यह नहीं पूछ रहे हैं कि ये नौकरियां देने के लिए पैसा कहां से आएगा? बजट कहां है? हालांकि एनडीए अपने वादे को लेकर कितना गंभीर इसका नमूना प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही दिख गया, जब 1 मिनट से भी कम समय में पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हो गई... इसी मुद्दे पर देखिए नवजीवन की चर्चा -
